आदिवासी परिवार में खुशियों और दुरूख के क्षणों में मुख्यमंत्री मदद योजना उपयोगी रही है। किसी भी आदिवासी परिवार में संतान का जन्म होने पर उस परिवार को 50 किलो अनाज गेहूं/चावल उचित मूल्य की दुकान से मुफ्त मिलता है। इसके लिये जन्म का पंजीयन कराने पर पंचायत सचिव से जो मदद रसीद मिलती है उसे राशन दुकान में दिखाना होता है। यह सुविधा प्रत्येक परिवार को केवल दो बच्चों के जन्म तक ही मिल सकती है।
किसी आदिवासी परिवार में मृत्यु होने पर सामूहिक भोज के लिये 100 किलो अनाज गेहूं/चावल मृत्यु का पंजीयन कराने पर पंचायत सचिव से मिली मदद रसीद, राशन दुकान पर दिखाने पर वहां से नि:शुल्क मिलता है।
आदिवासी समुदायों द्वारा आयोजित किये जाने वाले सामाजिक कार्यक्रमों में उपयोग के लिए ग्राम पंचायत के माध्यम से 25 हजार रूपये के बर्तन खरीदकर गाँव के मुखिया को सौंपे जा रहे हैं।
किसी आदिवासी परिवार में मृत्यु होने पर सामूहिक भोज के लिये 100 किलो अनाज गेहूं/चावल मृत्यु का पंजीयन कराने पर पंचायत सचिव से मिली मदद रसीद, राशन दुकान पर दिखाने पर वहां से नि:शुल्क मिलता है।
आदिवासी समुदायों द्वारा आयोजित किये जाने वाले सामाजिक कार्यक्रमों में उपयोग के लिए ग्राम पंचायत के माध्यम से 25 हजार रूपये के बर्तन खरीदकर गाँव के मुखिया को सौंपे जा रहे हैं।
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